Salary of MP in india: भारत के सांसद (Member of Parliament) का पद न केवल प्रतिष्ठित है बल्कि इसमें कई जिम्मेदारियां भी शामिल हैं। सांसदों की सैलरी और भत्ते हमेशा से चर्चा का विषय रहे हैं। भारत में संसदीय क्षेत्र के स्तर पर चुने गए उम्मीदवार को सांसद कहा जाता है जिसे अंग्रेजी भाषा में मेंबर ऑफ पार्लियामेंट कहा जाता है। इस लेख में हम सांसदों की सैलरी, भत्ते और अन्य सुविधाओं के बारे में अच्छे से जानेंगे और यह भी समझेंगे कि यह सैलरी कैसे तय की जाती है।
Salary of MP in india
भारत के सांसद की सैलरी और भत्ते इस पद की गरिमा और जिम्मेदारियों के अनुरूप तय होते हैं। सांसद की सैलरी ₹1,00,000 प्रति माह है, जिसमें विभिन्न भत्ते और सुविधाएं भी शामिल होती हैं। सांसद की सैलरी का महत्व केवल आर्थिक दृष्टिकोण से नहीं है, बल्कि यह देश के सर्वोच्च पदों की गरिमा और प्रतिष्ठा को भी दर्शाता है। सांसद की सैलरी में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं, जो केंद्रीय बजट और संसद की मंजूरी के आधार पर तय किए जाते हैं।
![Salary of MP in india: भारत के सांसद की सैलरी कितनी होती है? क्या 5 लाख मिलना चाहिए? https://cayral.in/wp-content/uploads/2024/08/Salary-of-MP-in-india-1.jpeg Salary of MP in india](https://cayral.in/wp-content/uploads/2024/08/Salary-of-MP-in-india-3-1024x694.jpeg)
सांसद की सैलरी
Salary of MP in india: भारत के सांसद की सैलरी ₹1,00,000 प्रति माह तय की गई है। इसमें कई चीजें शामिल हैं:
- मूल वेतन: ₹50,000
- संसदीय भत्ता: ₹45,000
- दैनिक भत्ता: ₹2,000 प्रति दिन (संसद सत्र के दौरान)
भत्ते और सुविधाएं: Salary of MP in india
सांसदों को सैलरी के अलावा कई अन्य भत्ते और सुविधाएं भी दी जाती हैं। इनमें शामिल हैं:
- निर्वाचन क्षेत्र भत्ता: सांसदों को अपने निर्वाचन क्षेत्र में काम करने के लिए ₹70,000 प्रति माह का भत्ता भारतीय के टैक्स से दिया जाता है।
- कार्यालय भत्ता: सांसदों को कार्यालय संचालन के लिए ₹60,000 प्रति माह का भत्ता भारतीय सरकारी ख़ज़ाने से दिया जाता है।
- यात्रा भत्ता: सांसदों को 34 मुफ्त घरेलू उड़ानों की सुविधा मिलती है और वे प्रथम श्रेणी में ट्रेन यात्रा कर सकते हैं।
- संचार भत्ता: सांसदों को फोन और इंटरनेट के लिए ₹1.5 लाख प्रति वर्ष का भत्ता मिलता है।
- बिजली और पानी: सांसदों को 50,000 मुफ्त बिजली यूनिट और 4,000 किलोलीटर पानी की सुविधा भी मिलती है।
सांसद की सैलरी का इतिहास
Salary of MP in india: सांसदों की सैलरी समय-समय पर बदलती रही है। 2018 में, केंद्रीय बजट में सांसदों की सैलरी में वृद्धि की गई थी। इसके बाद सांसदों की सैलरी ₹1,00,000 प्रति माह कर दी गई थी। इससे पहले सांसदों की सैलरी ₹50,000 प्रति माह तय की गई थी।
सांसद की सैलरी की तुलना
आइए हम सांसद की सैलरी की तुलना अन्य उच्च पदों के साथ करते है। उदाहरण के लिए: Salary of MP in india
- प्रधानमंत्री: ₹1.6 लाख प्रति माह
- राष्ट्रपति: ₹5 लाख प्रति माह
- मुख्य न्यायाधीश: ₹2.8 लाख प्रति माह
![Salary of MP in india: भारत के सांसद की सैलरी कितनी होती है? क्या 5 लाख मिलना चाहिए? https://cayral.in/wp-content/uploads/2024/08/Salary-of-MP-in-india-1.jpeg Salary of MP in india](https://cayral.in/wp-content/uploads/2024/08/Salary-of-MP-in-india-2.jpeg)
अन्य देशों के सांसदों की सैलरी
सांसद की सैलरी की तुलना अन्य देशों के सांसदों की सैलरी के साथ भी की जा सकती है। उदाहरण के लिए:
- अमेरिका के सांसद: $174,000 प्रति वर्ष अर्थात् 1 करोड़ 45 लाख मात्र सालाना
- ब्रिटेन के सांसद: £81,932 प्रति वर्ष अर्थात् 90 लाख मात्र सालाना होता है।
- ऑस्ट्रेलिया के सांसद: AUD 211,250 प्रति वर्ष 1 करोड़ 20 लाख सालाना होता है।
सांसद की सैलरी पर टैक्स
सांसद की सैलरी पर भी अन्य सरकारी कर्मचारियों की तरह टैक्स लगाया जाता है। हालांकि, सांसदों को कुछ टैक्स में छूट भी मिलती है, जैसे कि यात्रा भत्ता और अन्य भत्तों।
सांसद की सैलरी और भत्तों का उपयोग
Salary of MP in india: सांसद की सैलरी और भत्तों का उपयोग विभिन्न कार्यों के लिए किया जाता है। इनमें शामिल हैं:
- निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्य: सांसद अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए सैलरी और भत्तों का उपयोग करते हैं। जिससे संसदीय क्षेत्र के लोगों को मदद मिलती है।
- कार्यालय संचालन: सांसद अपने कार्यालय संचालन के लिए भत्तों का उपयोग करते हैं। जिसमें संसदीय क्षेत्र के सभी लोग अपना ज्ञापन सौंप सकते हैं।
- यात्रा और संचार: सांसद यात्रा और संचार के लिए भत्तों का उपयोग करते हैं।
Leave a Reply