Electronic Cigarette (इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट) : सिगरेट का एक नया विकल्प, आज के तेजी से बदलते समय में, धूम्रपान के विकल्पों में इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (E-Cigarette) ने एक खास जगह बना ली है। यह एक ऐसा उपकरण है जो धूम्रपान के अनुभव को बिना तंबाकू के प्रयोग के संभव बनाता है। इस ब्लॉग में हम इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के लाभ और इसके पीछे के सभी कारणों पर जानकारी इकट्ठा करेंगे ।
Electronic Cigarette (इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट)
What is electronic cigarette?
इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के लाभ
धूम्रपान छोड़ने में सहायक: अनेक शोधों के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट धूम्रपान की लत से निजात पाने के लिए बनाया गया था जिससे सिगरेट छोड़ने की दिशा में एक सहायक कदम साबित हो सकता है।
नियंत्रित निकोटिन सेवन: इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट में निकोटिन की मात्रा को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे व्यक्ति धीरे-धीरे इसकी आदत को कम कर सकता है। इससे जो लोग सिगरेट के लत से परेशान है और वे चाहते हुए भी छोड़ नहीं पाते हैं वे इसके द्वारा धीरे-धीरे आसानी से इस लत से निजात पा सकते हैं।
कम हानिकारक: चूंकि इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट में जलने की प्रक्रिया नहीं होती, इसलिए यह सामान्य सिगरेट की तुलना में कम हानिकारक माना जाता है मगर इसकी लत भी खराब है ।
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इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के कारण
फैशन का चलन: आजकल युवाओं में ई-सिगरेट का चलन एक फैशन के रूप में देखा जा रहा है। लोग थोड़ा मॉडर्न होके की दिशा में इस तरह के ऊलजलूल काम करते रहते हैं। उनको लगता है कि वे समाज में हो रहे आधुनिक परिवर्तन में वे कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं मगर सच्चाई बिलकुल अलग है। फैशन के इस दौर में कुछ ही चीज़े हैं जो इंसान को प्रगति के रास्ते पर लें जा रहीं हैं ।
स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता: लोग स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं और इसी कारण वे ई-सिगरेट की ओर रुख कर रहे हैं। मगर जागरूकता का ये मतलब नहीं है कि एक आदत को छोड़ने के लिए दूसरी आदत को पकड़ा जाए । ये वही बात हो गयी कि जहर की जगह मीठा जहर खाया जाए । क्योंकि नुकसान तो आज नहीं तो कल होगा ही इसलिए हमें सावधानी बरतने की ख़ास जरूरत है।
निकोटिन की लत: ई-सिगरेट में निकोटिन की मात्रा को नियंत्रित करने की सुविधा के कारण, यह निकोटिन की लत से छुटकारा पाने के लिए एक विकल्प बन गया है मगर कुछ ही लोग इससे निजात पा रहे हैं।
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निष्कर्ष: इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट
इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट का इस्तेमाल केवल सिगरेट की लत से निजात पाने के लिए ही इस्तेमाल करें अन्यथा न ही करें क्योंकि ज़हर से ज्यादा घातक होता है मीठा ज़हर तो कृपया आपको इससे सावधानी बरतने की खासा जरूरत है।
find someone’s ID: जानें, किसी की ID खोजने की निंजा टेक्निक, 100% मिलेगी वो लड़की, आजकल बहुत सारे वीडियो फोटोस देखने को मिलते हैं जिससे यह लगता है कि यह कौन है और बहुत लोगों के मन में उसे जानने की इच्छा जाहिर होती है। जब हम उसे उसे वीडियो या फोटोस के बारे में जानकारी निकालना शुरू करते हैं तो हम किसी नतीजे पर नहीं पहुंचते। सबसे पहले हम उसे वीडियो के कमेंट को पढ़ते हैं क्योंकि हमें उम्मीद होता है की कोई ना कोई इस लड़के या इस लड़की की रियल आईडी को मेंशन किया होगा।
मगर कभी-कभी यह सफलता हाथ लग जाती है और कभी-कभी नहीं लगती। जब हम किसी को जानने के लिए आतुर हो जाते हैं तो हमारे मन पर हमारा कंट्रोल नहीं रहता।
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हम बस यह चाहते हैं इस वीडियो में देखने वाला शख्स हमारे सामने हो या उससे जुड़ी हुई कोई जानकारी हमें मिल जाए। कभी-कभी वीडियो या फोटोस इतना प्यार होता है कि हमें उसे शख्स से जुड़ी हुई और वीडियो देखने की इच्छा प्रकट हो जाती है। आपने देखा होगा बहुत सारे वीडियो में लोग नीचे कमेंट करते हैं इसकी रियल आईडी क्या है यह कौन है कहां की है और यह क्यों वायरल हो रही है। बहुत से सुंदर लड़कियां इसी तरह फेमस हो जा रहे हैं। कुछ लोग खास यही काम करने लगे हैं कि उन्हें आईडी खोज कर देना।
उनका काम ही है कि जितने गर्ल्स बॉयज या जो भी लोग वायरल हो रहे हैं उनकी रियल आईडी उनकी इजाजत के अनुसार पब्लिक में बताना। हमने कुछ सोर्स से जानकारी इकट्ठा की है जिससे आप खुद किसी की भी रियल आईडी निकालने में सफल हो जाएंगे जब कोई भी वीडियो या फोटोस आपको पसंद आता है तो आप उसका एक क्लीन क्लियर स्क्रीनशॉट जरूर ले ले यही स्क्रीनशॉट आपको उसकी रियल आईडी खोजना में सफल बनाएगी।
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Screen shot का उपयोग कैसे करें
जब हमें वायरल वीडियो या फोटोस स्क्रीनशॉट मिल जाता है जिसमें चेहरा पहनावा या उससे जुड़ी कई चीजे साफ जाहिर होती हुई नजर आए तभी हम उसकी रियल आईडी खोजना में सफल हो पाएंगे।
ऐसे करें स्क्रीन शॉट का उपयोग
हमें सबसे पहले अपने फोन में गूगल लेंस डाउनलोड करना पड़ेगा। गूगल लेंस एक ऐसा एप्लीकेशन है या यू कहे कि यह गूगल का सबसे बेहतरीन एप्लीकेशन है जो किसी चीज को ढूंढने उसको ट्रांसलेट करने या उससे जुड़े प्रोडक्ट को तलाश में बहुत काम आता है और हमारे जीवन में कठिनाइयों को बहुत कम कर देता है। लिए हम आगे जाने की गूगल लेंस का उपयोग कैसे करते हैं।
गूगल लेंस एप्लीकेशन का उपयोग
जब हम गूगल लेंस एप्लीकेशन को ओपन करते हैं तो हमारे पास तीन ऑप्शन आते हैं। तीन ऑप्शन कुछ इस प्रकार है। पहले ट्रांसलेट दूसरा सर्च और तीसरा होमवर्क
1. ट्रांसलेट: जब हम किसी एक लैंग्वेज को दूसरे लैंग्वेज में ट्रांसफर करना होता है या हमें अपनी भाषा में किसी भी डाटा को जानना होता है तो हम गूगल ट्रांसलेट का उपयोग करते हैं। गूगल ट्रांसलेट एक ऐसा साधन है जिससे हम दुनिया की सभी भाषाओं में दुनिया की किसी भाषाओं को स्थानांतरित कर सकते हैं जिससे हम उसे आसानी से समझ सके या किसी और को समझ सके।
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2. सर्च: गूगल सर्च एक ऐसा साधन है जिससे हम कुछ भी सर्च कर सकते हैं मगर इसका उपयोग किसी स्क्रीनशॉट या किसी इमेज के द्वारा ही किया जा सकता है इस ऑप्शन पर क्लिक करके हमें उसे इमेज को सेलेक्ट करना होगा जिससे हम उसे चीज को आसानी से ढूंढ सके।
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3. होमवर्क: आप दुनिया की कोई भी क्वेश्चन को इस गूगल लेंस के होमवर्क फीचर से निकाल सकते हैं। आप इस गूगल लेंस के होमवर्क वाले ऑप्शन से उसे क्वेश्चन को स्कैन करें और उसकी जवाब को तलाश। यह ऑप्शन स्टूडेंट के लिए सबसे बेहतरीन ऑप्शन है जिससे पढ़ाई में आसानी होती है और कठिन से कठिन सवाल का सॉल्यूशन ढूंढने में सफलता हासिल हो जाती है।
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Real ID ढूंढें
अब हमें रियल आईडी ढूंढने के लिए गूगल लेंस के सर्च वाले ऑप्शन में जाना होगा और जो हमें स्क्रीनशॉट लिया था उसको स्कैन करना होगा मगर यह ध्यान रखें स्क्रीनशॉट में जो चीज हमें चाहिए केवल उसी को स्कैन करें बाकी की चीज को कट कर दें जिससे हमें उसे रिलेटेड सारी जानकारियां निकाल कर सामने आए और हम आसानी से रियल आईडी तक पहुंच सकते हैं। गूगल लेंस से आप बड़े आसानी से रियल आईडी तक पहुंच सकते हैं और यह भी जान सकते हैं कि यह वायरल वीडियो और फोटोस न जाने कितने 🆔 पर अपलोड है।
सनसनीखेज खुलासा: जानिए कैसे राजीव गांधी ने मंडल कमीशन और 27% ओबीसी आरक्षण को रोकने की कोशिश की और इसके लिए मुसलमानों और ईसाइयों को ढाल बनाया था। (देखिए लोकसभा की साइट पर राजीव गांधी का भाषण, 6 सितंबर, 1990) आगे पढ़िए…. अगर राजीव गांधी ने 1990 में ये लड़ाई जीत ली होती और बीजेपी उस समय संसद में कांग्रेस का साथ दे देती, तो देश में आज ओबीसी आरक्षण लागू नहीं होता और लाखों लोगों को नौकरी और एडमिशन न मिलता। इतिहास जो आपका जानना चाहिए. देश के हर ओबीसी को ये बात जाननी चाहिए।
What was his mindset
Did Rajiv Gandhi try to stop 27% OBC reservation?
ये देश की आधी से अधिक आबादी का मामला है. मंडल कमीशनकी रिपोर्ट 1980 में आई थी। इसे इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकारों ने दस साल के लिए रोके रखा. 7 अगस्त 1990 को वीपी सिंह ने इसमें से 27% नौकरी ओबीसी को देने वाली सिफारिश लागू कर दी. इस मसले पर लोकसभा में 6-7 सितंबर, 1990 को बहस हुई, जिसे आज भी देखा जा सकता है. बीजेपी उस समय सरकार के समर्थन में थी। कांग्रेस प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका में थी।
आरक्षण के खिलाफ राजीव गांधी
राजीव गांधी आरक्षण के खिलाफ बोलने के लिए खड़े हुए और यहां पर उन्होंने अपने जीवन का सबसे लंबा भाषण दिया. राजीव गांधी कहते हैं: “Sir, the fact of the matter is that minorities have not got their just due… The fact of the matter is that by playing games this reservation, they have deliberately blocked the minorities from getting any benefit. The Prime Minister should answer how he is going to help the socially and educationally backward minority communities.”
हिंदी में इसे समझे। वे कह रहे हैं कि – “महोदय, सच्चाई यह है कि अल्पसंख्यकों को उनका उचित हक नहीं मिला है… सच्चाई यह है कि आरक्षण के साथ खेल खेलकर उन्होंने (प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने) जानबूझकर अल्पसंख्यकों को किसी भी लाभ से वंचित कर दिया है। प्रधानमंत्री को यह बताना चाहिए कि वह सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े अल्पसंख्यक समुदायों की कैसे मदद करेंगे।”
What was his mindset
राजीव गांधी आगे कहते हैं : “They have not included very large sections of the minority who should be included. If you look at the Muslims, the vast majority of the Muslim community in India is backward educationally, socially, economically everywhere. The same thing is true for Christians. The same thing is true even for Sikhs who are by and large okay, but there are still groups who are not all right. It is true for almost every religion as groups who are socially and educationally backward. Why should they not be included? The Government must explain this; the country wants to know.”
इसे हिंदी में समझें। राजीव गांधी कह रहे हैं- “उन्होंने (सरकार ने) अल्पसंख्यक समुदाय के बड़े हिस्सों को शामिल नहीं किया है जिन्हें शामिल किया जाना चाहिए। अगर आप मुस्लिम समुदाय को देखें, तो भारत में मुस्लिम समुदाय का बड़ा हिस्सा शैक्षिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ है। यह बात ईसाइयों पर भी लागू होती है। यह बात सिखों पर भी लागू होती है, जो अधिकांशतः ठीक हैं, लेकिन फिर भी ऐसे समूह हैं जो पिछड़े हुए हैं। यह लगभग हर धर्म के लिए सही है, क्योंकि उनमें सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े हुए समूह होते हैं।
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इन्हें शामिल क्यों नहीं किया जाना चाहिए?
सरकार को इस बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए; देश जानना चाहता है।” यहां राजीव गांधी स्पष्ट रूप से अल्पसंख्यक कार्ड खेलकर मंडल कमीशन और 27% ओबीसी आरक्षण को रोकने की कोशिश करते दिखते हैं। ये तब है जबकि मंडल कमीशन ने ओबीसी की जो लिस्ट बनाई है उसमें मुसलमानों, ईसाइयों और सिखों की सैकड़ों जातियां हैं। मंडल कमीशन का आधार धार्मिक रखा ही नहीं गया था।
इस बात को ध्यान रखें तो आप आसानी से समझ सकते हैं कि मनमोहन सिंह ने क्यों कहा होगा कि देश के संसाधनों पर “खास तौर पर” पहला दावा मुसलमानों को है।या क्यों आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में कांग्रेस की सरकारों ने ओबीसी से काटकर मुसलमानों को धर्म के आधार पर आरक्षण दिया।
कांग्रेस की ये नीति पुरानी निरंतरता में है. संविधान में अनुच्छेद 340 में पिछड़ों वर्गों के लिए प्रावधान होने के बावजूद नेहरू सरकार ने जब उनके लिए कुछ नहीं किया तो इसे अपने इस्तीफे की एक वजह बताते हुए बाबा साहब ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद नेहरू ने तमाम मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर कहा था कि आरक्षण से कार्यक्षमता प्रभावित होगी। मनमोहन सिंह ने अचानक से कुछ नहीं कहा था। क्या कांग्रेस अपने पापों का प्रायश्चित करेगी? एससी-एसटी-ओबीसी का भला करने के लिए कांग्रेस को अपनी विरासत और नेहरू, राजीव गांधी और मनमोहन सिंह के अल्पसंख्यकवाद को अलविदा कहना होगा।
राजनीतिक विशेषज्ञ प्रोफेसर दिलीप मंडल जी आयें दिन सुर्खियों में बने रहते हैं उनके एक-एक पोस्ट पर कई हजारों रिट्वीट होते हैं और उनकी बातों पर बात विमर्श होता है। कई बार उनका कहा मंच से भारत के प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी भी उनकी कहीं बातों का जिक्र करते हैं। उनकी बातें कहीं कभी-कभी बीजेपी को फायदा पहुंचा जाती है तो कहीं ना कहीं और अन्य पार्टियों को फायदा पहुंचती हैं। मगर बात आज की हो रही है, आज के लोगों की हो रही है, आज के नए नेताओं की हो रही है।
जब हम बात करते हैं कि इस पार्टी ने यह काम कर किया, यह नहीं किया, यह करना चाहती है, यह नहीं करना चाहती है, तो हमें अपने सांसद पर भरोसा कर खुद पर यह यकीन रखना होगा की जो भी फैसला आने वाली सरकार लेगी उसपर हमारा चुना गया सांसद किसी पार्टी को मद्देनजर रखते हुए फैसला नहीं लेगा वह हमारे बीच जो फैसला होगा उसपर वह अमल करेगा।
अगर हम ऐसा सांसद चुनने में कामयाब हो गए तो कभी भी कोई भी पार्टी हमारे अधिकार छीन नहीं सकती। मगर यह बात उतना ही सरल है जितना सरल समझा जा सकता है मगर सच्चाई यह है कि भारत में एक बार सांसद विधायक या कोई भी नेता अपनी पद भी पाते ही जनता, समाज, धर्म, जाति राज्य, देश किसी के बारे में नहीं सोचता वह बस अपना देखता है, अपने पार्टी का देखता है और अपना आने वाला भविष्य को देखता है कि हम कैसे किसी पार्टी में रहकर अपनी पदवी बचा पाए।
10 Steps to Achieve Deep Focus: अगर हम अपने गहन ध्यान के बारे में बात करें तो तो यह इतनी नाजुक चीज होती है जिससे इसको मजबूती से पकड़े रहना बहुत कठिन टास्क होता है कुछ तरीके हैं जिन्हें रिसर्च कर कर बनाया गया है। हमारे जीवन से जुड़ी कई नाजुक चीज होती हैं जिसमें ध्यान हमारा पहले पर आता है। ध्यान एक ऐसी चीज है जो हल्का सा कुछ सोचते ही ध्यान भटक जाता है और हम जो कार्य कर रहे होते हैं उसे फॉक्स है जाता है।
किसी कार्य को करने या किसी एग्जाम की तैयारी करने या कोई ऐसा काम जो केवल लगन से ही हो सकता है। जब कोई भी ऐसा काम हम करते हैं तो सबसे जरूरी होता है हमारा ध्यान क्योंकि ज्ञान के बिना कुछ भी संभव नहीं है अगर संभव है भी तो वह पूरी तरीके से पूर्ण नहीं होगा परिपक्व नहीं होगा।
10 Steps to Achieve Deep Focus
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Eliminate Distractions (विकर्षणों को दूर करें)
एलिमिनेट डिस्ट्रक्शन इसका मतलब हमें उन चीजों को अपने से दूर रखना पड़ेगा जिससे हमारा ध्यान भटक जाता है जैसे कुछ मोबाइल फोन या मोबाइल फोन में कुछ ऐसे एप्लीकेशन जो हमारा समय बर्बाद करते हैं। या कुछ भी ऐसी चीज जो हमें शांत नहीं रहने देती और हमारे वातावरण को शांत नहीं रहने देती। बहुत फेमस राइटर जो अक्सर अपनी किताबें इंग्लिश में लिखते हैं उनका नाम Charles Duhigg है उन्होंने अपनी किताब ‘द पावर आफ हैबिट‘ में बहुत अच्छे से यह दर्शाया है कि हमें अपनी आदतों में उन चीजों को कैसे दूर करना चाहिए जो हमारे समय को बर्बाद करते हैं या हमारा ध्यान भंग करते हैं।
ठीक ऐसे विचारों वाले एक और लेखक हैं जिनका नाम है कॉल न्यूपोर्ट इन्होंने अपनी किताब डीप वर्क में हमारे काम के ज्ञान को और उससे होने वाले डिस्ट्रक्शन को बहुत बारीकी से समझाया है। मेरा मानना यह है की ऐसी किताबें हमें अपने लाइफ में जरूर पढ़नी चाहिए अगर हम अपना गोल अचीव करना चाहते हैं तो बेशक पढ़नी चाहिए।
Plan For Tomorrow (कल के लिए योजना)
हमें हमेशा बीते कल को ध्यान में रखकर अपने आज को समझते हुए, आने वाले कल के लिए प्लान बनाना चाहिए। जब हम अपना काम कर रहे होते हैं तो उसे काम में प्रकट के लिए 16% ऐसे विचार आते हैं जो हमारे काम को और ऊंचाइयों पर ले जाएंगे मगर उनमें से अधिकांश विचार तब आते हैं जब हम आराम कर रहे होते हैं। हमें इन सारे विचारों को अपने नोटबुक में नोट कर लेना चाहिए और उसको लेकर हमें यह समझना चाहिए कि हमें आने वाले कल यानी Tomorrow को क्या करना होगा, उसका प्लान क्या है।
James Clear की किताब Atomic Habits में समझाया गया है कि कैसे हम अपनी आदतों को अपने आने वाले कल में तब्दील करना चाहिए जिससे हमें अपने Tomorrow को Today के प्लान के अनुसार करना होगा।
Prioritise Tasks (कार्यों को प्राथमिकता दें)
हमें अपने काम से जुड़े हुए छोटी या बड़ी चीजों को जरूर प्राथमिकता देनी चाहिए क्योंकि यही छोटी बड़ी चीज हमारे काम को उज्जवल भविष्य देती हैं। जब मैं छोटे-बड़े डाउट आते हैं या हम किसी उलझन में फंस जाते हैं तो यही छोटी बड़ी चीज हमें इसका सॉल्यूशन ढूंढने में मदद करते हैं। Brian Tracy ने अपनी बुक Eat That Frog!में बहुत अच्छे से व्याख्यान की है कि कैसे हमें अपने बड़े लक्ष्य को छोटे छोटे कई लक्ष्यों में बांट कर काम करना चाहिए जिससे बड़ी आसानी से हमारा लक्ष्य पूरा हो सके।
10 Steps to Achieve Deep Focus
Don’t Multitasking (मल्टीटास्किंग न करें)
अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए सबसे बड़ी दिक्कत तब आती है जब हम एक साथ कई काम को लेकर चलते हैं। कभी भी हमें ढेर सारे काम एक साथ लेकर नहीं चलना चाहिए वरना उन सभी कामों में से कोई भी काम सफल नहीं हो पाता, क्योंकि हमारा ध्यान उन सभी कामों में लगा हुआ रहता है। अपने मल्टीटास्किंग काम को कम करने के लिए जो दो किताबें रिसर्च में पाई गई हैं वहHyper Focus जिसको Chris Bailey ने बखूबी लिखा है और The One Thing किताब जो अपने आप में एक Goal को fix करने वाली हैं।
10 Steps to Achieve Deep Focus
Sleep 7+ Hours (7+ घंटे सोएं)
रिपोर्ट्स की माने तो 30% से ज्यादा युवा 7 घंटे की नींद नहीं लेते। अधिकतर युवा रात में पढ़ाई करते हैं और दिन में सोते हैं मगर दिन की नींद हमारे दिमाग को वह शांति प्रदान नहीं कर पाती, कम नींद हमारे शरीर की कई गतिविधियों को परेशान करती है जिससे हमारा दिमाग शांत नहीं रहता, इससे हमारा शरीर कहीं न कहीं प्रभावित होता है ।
वैज्ञानिकों का मानना है कि जब आप सोने जाते हैं उसे 2 घंटे पहले आप फोन रख दीजिए। क्योंकि 2 घंटे आप अपने बारे में विचार करेंगे और फिर आपको कल की चिंता में नींद आ जाएगी क्योंकि कल का काम करने के लिए आपको सोना होगा फिर सुबह उठते ही, आप अपने काम में लग जाएंगे प्लान के अनुसार जो भी अपने तय किया होगा। नींद के बारे में बेहद अच्छी जानकारी के लिए पढ़ेंMetthew Walker, PhD की लिखी Why We Sleep.
10 Steps to Achieve Deep Focus
Setup a Distraction Free Environment (एक व्याकुलता मुक्त वातावरण स्थापित करें)
आपको उन चीजों को दूर करना होगा जिससे आप व्याकुल होकर भटक जाते हैं। कभी-कभी ऐसा होता है कि जिस टेबल चेयर पर हम बैठते हैं वह भी व्यवस्थित नहीं होती। यह भी एक कारण है अपने काम से परेशान होने का तो हमें अपनी डिस को व्यवस्थित करना होगा चेयर को अच्छा करना होगा लाइट की व्यवस्था अच्छी करनी होगी। अगर आपके पास शोर ज्यादा हो रहे हैं तो आपको ऐसे हेडफोन इस्तेमाल करने होंगे जिससे वह शोर काम हो सके। डिस्ट्रक्शन फ्री माहौल बनाने के लिए हमें जो किताब नजर आती है वो Nir Eyal की लिखी IN DISTRACTABLE है।
10 Steps to Achieve Deep Focus
Use Pomodoro Technique
पोमोडोरो टेक्निक समय के साथ साथ आपकी एकाग्रता को बनाए रखने के लिए किया जाता है। जब हम किसी काम को एक लंबे समय से कर रहे होते हैं तो हमारे शरीर की बनावट देर तक बैठने में अस्मत हो जाती है इसलिए प्रोमोडोरो तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है इस तकनीक में आप 25 मिनट तक काम करते हैं फिर 5 मिनट का ब्रेक लेते हैं फिर नेक्स्ट 25 मिनट आप काम करते हैं और फिर 5 मिनट काम देख लेते हैं ऐसे सिलसिला चलता रहता है।
आप इसको अपने अनुसार भी बना सकते हैं क्योंकि कभी-कभी कोई 25 मिनट में थका महसूस करता है या कोई 1 घंटे में, तो आप अपनी जरूरत के हिसाब से इस तकनीक को बना सकते हैं।
जब जानकारी हमें Pomodoro Technique के बारे में लेनी हो तो Francesco Cirillo की लिखी The POMODORO TECHNIQUE किताब अब तक की सबसे बढ़िया किताब है।
10 Steps to Achieve Deep Focus
Set Clear Goal (स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करें)
हमें अपने लक्ष्य को स्पष्ट रखना चाहिए क्योंकि कोई भी संदेह न हो कि यह काम सफल होगा या नहीं। क्योंकि अब जो काम डिसाइड कर चुके हैं उसमें आपकी कार्यशैली बढ़िया होनी चाहिए जिससे वह काम करने में सफल होने की उम्मीद हो। हमें पहले से यह तय कर लेना होगा कि हमारा उद्देश्य स्पष्ट हो जिससे स्पष्ट दिशा और स्पष्ट रास्ते मिल सके। अगर आप अपने लक्ष्य से संबंधित कुछ जानकारियां चाहते हैं तो आप पढ़े यह दो किताबें पहली किताब Brian Tracy की Goals! और Tony Robbins की लिखी ‘Awaken the Giant Within’
10 Steps to Achieve Deep Focus
Stay Hydrated and Energized (हाइड्रेटेड और ऊर्जावान रहें)
हाइड्रेटेड रहना खासकर गर्मी के मौसम में बहुत जरूरी है। शरीर में पानी की कमी हो जाने से कलर होने की समस्या हो जाती है जिसको निजात पाने के लिए आपको हमेशा पानी पीते रहना होगा। पानी पीने के साथ-साथ आपको अच्छा भजन पौष्टिक भोजन खाना बहुत आवश्यक है जिससे आपकी मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य बढ़िया होगा और आप अपने काम में रुचि ले पाएंगे। एक किताब है जिसका नाम The Miracle of Mindfulness है ये हमारे ध्यान को केंद्रित करने के लिए महत्वपूर्ण किताब है।
10 Steps to Achieve Deep Focus
Mindfulness Practices (माइंडफुलनेस प्रैक्टिस)
अपने दिमाग को केंद्रित रहने के लिए उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए हमें थोड़ा योग की आवश्यकता हो सकती है फूल स्टाफ सुबह व्यायाम करने से हमारा तर्क शक्ति और ज्ञान शक्ति दोनों मजबूत होता है। अगर हम How Not To Die बुक की बात करें तो ये बड़ी बेहतरीन किताब है।
स्वाति मालीवाल के हमले पर क्यों चुप है अरविंद केजरीवाल? स्वाति मालीवाल ने ट्वीट करके अपनी प्रतिक्रिया दी…
स्वाति मालीवाल एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता
स्वाति मालीवाल एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता है। वह दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू ) की वर्तमान अध्यक्ष है। दिल्ली महिला आयोग में शामिल होने से पहले स्वाति ने जन शिकायतों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री के सलाहकार के रूप में भी काम किया था। आज तक हर दूसरी महिला के हक के लिए आवाज उठाती आई स्वाति मालीवाल ने खुद पर हुए एसॉल्ट के बारे में जब लोगों को बताया तो यह जानकर हर कोई सदमे में है ।
Arvind Kejriwal silent on Swati Maliwal
स्वाति मालीवाल के साथ दुर्व्यवहार
हाल ही में यह खबर आई जिसमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पार्टी के विभव कुमार ने उन्हें अपने आवास पर बुलाकर उनके साथ दुर्व्यवहार किया ।
हालांकि स्वाति मालीवाल के हमले के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल ने अभी तक चुप्पी साधी हुई है। साथ ही साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में अखिलेश यादव से इस पर प्रतिक्रिया मांगने पर उन्होंने कहा कि अन्य मामले इससे ज्यादा अधिक महत्वपूर्ण है।
जब केजरीवाल से आप के राज्यसभा सांसद मालीवाल के कथित हमले पर सवाल पूछा गया तो अखिलेश यादव ने माइक्रोफोन उठाया और कहा कि इससे भी महत्वपूर्ण चीजें हैं।
Why is Arvind Kejriwal
AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में स्वाति मालीवाल पर हुए हमले और दुर्व्यवहार पर टिप्पणी करने से साफ-साफ इनकार कर दिया । वहीं दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने कहा की चर्चा के लिए और भी बहुत सारे महत्वपूर्ण चीजे है।
वही संवाददाता सम्मेलन में मौजूद आप नेता संजय सिंह ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए इसके बाद उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधा और एक मणिपुरी महिला को नग्न घुमाई जाने, प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल और दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख रहने के दौरान पहलवानों के विरुद्ध प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा मालीवाल की पिटाई का मुद्दा उठाया।
उसके बाद उन्होंने कागज का टुकड़ा फैलाया और कहा कि भाजपा के लोग किसी के साथ नहीं है ।यह एक गिरोह है जो छोटे मामले दर्ज करता है।
Why is Arvind Kejriwal silent
उसके बाद संजय सिंह ने सपा प्रमुख से माइक्रोफोन लिया और कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी शासन के दौरान महिलाओं पर हुए अत्याचारों के लिए जवाब देना चाहिए।
जहां सारे नेता दूसरे अत्याचारों पर जवाब देने के लिए मांग कर रहे हैं वही साथ ही साथ वह स्वाति मालीवाल के मुद्दे को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं और उन पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है ।
साथ ही साथ उन लोगों ने यह आरोप लगाया कि पूरा देश आज तक दुखी है कि कारगिल के एक योद्धा की पत्नी को मणिपुर में नग्न कर घुमाया गया और भारत के प्रधानमंत्री चुप रहे । प्रज्वल रेवन्ना ने हजारों महिलाओं के साथ बलात्कार किया और उन्हें भाजपा ने देश से भागने की अनुमति दी।
उन्होंने कहा कि जब महिला पहलवान जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे ।तब स्वाति मालीवाल ने NCW प्रमुख के रूप में वहां गई और उन्हें पुलिस ने घसीटा और पिटा ।यूपी में कुलदीप सिंह सेंगर और हाथरस के मामले में भारत के पीएम चुप रहे और एक शब्द भी ना बोले।
Why is Arvind Kejriwal silent on Swati Maliwal
मालीवाल ने आरोप लगाया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के सहायक विभव कुमार ने अपने आवास पर उनके साथ ‘दुर्व्यवहार’ किया ।लेकिन अभी तक इस मामले को लेकर किसी भी आप नेता या अरविंद केजरीवाल की कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
सिंह, जिन्होंने बुधवार को मालीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि “आप हमारा परिवार है पार्टी ने अपना दृष्टिकोण स्पष्ट कर दिया है .मैं चाहता हूं कि मैं आपके सामने जो मुद्दे रखे हैं. उन पर बीजेपी और पीएम को भी जवाब देना चाहिए .वह( पीएम) स्वाति मालीवाल के मुद्दे पर जवाब देना चाहिए। जब वह महिला पहलवानों के लिए न्याय मांगने आई थी तो उन्हें घसीटा गया और पिटा गया। मैं सिर्फ इतना कहना चाहती हूं कि मुद्दों पर राजनीतिक खेल ना खेले।
Arvind Kejriwal
स्वाति मालीवाल पोस्ट
हाल ही में स्वाति मालीवाल ने एक पर पोस्ट करके अपनी कुछ प्रतिक्रियाएं दी
Swati Maliwal @SwatiJaiHind मेरे साथ जो हुआ वो बहुत बुरा था। मेरे साथ हुई घटना पर मैंने पुलिस को अपना स्टेटमेंट दिया है। मुझे आशा है कि उचित कार्यवाही होगी। पिछले दिन मेरे लिए बहुत कठिन रहे हैं। जिन लोगों ने प्रार्थना की उनका धन्यवाद करती हूँ। जिन लोगों ने Character Assassination करने की कोशिश की, ये बोला की दूसरी पार्टी के इशारे पर कर रही है, भगवान उन्हें भी खुश रखे। देश में अहम चुनाव चल रहा है, स्वाति मालीवाल ज़रूरी नहीं है, देश के मुद्दे ज़रूरी हैं। BJP वालों से ख़ास गुज़ारिश है इस घटना पे राजनीति न करें।
Swati Maliwal ने reposted करके अपनी कुछ प्रतिक्रियाएं
आज दक्षिणी दिल्ली के महरौली में और पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर में हुए रोड-शो में दिल्ली की जनता से मिला, भगवंत मान जी भी साथ रहे। दोनों ही जगह रोड-शो में लोगों का ये सैलाब और उत्साह बता रहा है कि लोकतंत्र को बचाने की इस लड़ाई में 140 करोड़ भारतवासी हमारे साथ हैं और हम इस लड़ाई… pic.twitter.com/uYjfeCgYxU
पार्टी में कल के आए नेताओं से 20 साल पुरानी कार्यकर्ता को BJP का एजेंट बता दिया। दो दिन पहले पार्टी ने PC में सब सच क़बूल लिया था और आज U-Turn ये गुंडा पार्टी को धमका रहा है, मैं अरेस्ट हुआ तो सारे राज़ खोलूँगा। इसलिए ही लखनऊ से लेकर हर जगह शरण में घूम रहा है। आज उसके दबाव में पार्टी ने हार मान ली और एक गुंडे को बचाने के लिए पूरी पार्टी से मेरे चरित्र पर सवाल उठाए गए। कोई बात नहीं, पूरे देश की महिलाओं के लिए अकेले ही लड़ती आई हूँ, अपने लिए भी लड़ूँगी। जमकर करैक्टर असैसीनैशन करो, वक़्त आने पर सब सच सामने आएगा!
पार्टी में कल के आए नेताओं से 20 साल पुरानी कार्यकर्ता को BJP का एजेंट बता दिया। दो दिन पहले पार्टी ने PC में सब सच क़बूल लिया था और आज U-Turn
ये गुंडा पार्टी को धमका रहा है, मैं अरेस्ट हुआ तो सारे राज़ खोलूँगा। इसलिए ही लखनऊ से लेकर हर जगह शरण में घूम रहा है।
Big Boss OTT Season 3: Bada Pav Girl Chandrika Dixit इंटरनेट पर वायरल हुई मशहूर वडा पाव गर्ल उर्फ चंद्रिका दीक्षित हमेशा ही किसी न किसी बात या विवाद को लेकर सुर्खियों में बनी रहती है। जैसा कि हमें पता है कि बिग बॉस ओटीटी का सीजन 3 आने वाला है। जिसके साथ ही साथ यह खबर वायरल हो रही है कि वड़ा पाव गर्ल चंद्रिका दीक्षित भी इस बार बिग बॉस ओटीटी सीजन 3 का हिस्सा होगी ।
‘Vada Pav Girl’ Chandrika Dixit
बिग बॉस हमेशा से ही एक काफी मशहूर और रोमांचक शो रहा है । जो हमेशा ही सुर्खियों में बना रहता है। अभी कुछ समय पहले ही बिग बॉस 17 सीजन सफलतापूर्वक खत्म हुआ है कि बिग बॉस ओटीटी सीजन 3 की शुरू होने की खबर ने सुर्खियां पकड़ ली ।लोगों के अंदर वड़ा पाव गर्ल चंद्रिका दीक्षित को काफी नजदीक और बेहतर जानने की इच्छा बनी हुई है। लोग इस बात से काफी उत्साहित है कि उन्हें इस बार वड़ा पाव गर्ल बिग बॉस ओटीटी सीजन 3 में देखने को मिलेगी ।
वडा पाव गर्ल को पुलिस ने किया गिरफ्तार। पुलिस ने कहा कि चंद्रिका दीक्षित ने की उनके साथ बदतमीजी
30 अप्रैल 2024 की एक वीडियो इंटरनेट पर जोरो से वायरल होने लगी। जिसमें नाटक के रूप में यह देखा गया कि वडा पाव गर्ल को पुलिस हिरासत में लेकर पुलिस की कार में बिठा रही है ।जिस दौरान यह भी देखा गया कि चंद्रिका दीक्षित पुलिस के साथ विवाद भी कर रही हैं। इस मामले से जुड़ी खबर यह सामने आई कि वो अपने बेटी के जन्मदिन पर पीतमपुरा में भंडारे का आयोजन कर रही थी। सड़क पर बहुत ही ज्यादा ट्रैफिक हो रहा था जो आसपास के लोगों को पसंद नहीं आया और उन्होंने पुलिस से उनकी कंप्लेंट कर दी।
‘Vada Pav Girl’ Chandrika Dixit
Big Boss OTT Season 3
जैसे-जैसे बिग बॉस OTT सीजन 3 करीब आ रहा है लोग के मन में उत्साह जाहिर हो रही है कि क्या इस बार ‘वड़ा पाव गर्ल चंद्रिका दीक्षित’ बिग बॉस शो का हिस्सा होंगी। सलमान खान के इस शो में आने वाले लोग किसी न किसी कारण से फेमस होते हैं क्योंकि इनमें बस प्रसिद्ध चाहिए होती है। वह प्रसिद्ध किसी भी कारण से हो सकती है। चाहे वे कुछ गलत काम करने से हो या कुछ अच्छा काम करने से हो। वडा पाव गर्ल चंद्रिका दीक्षित शुरुआत से वह अपने वडा पाव का स्टाल लगती है जिस पर वह फास्ट फूड जैसे कई चीजे सेल करती है।
Bigg Boss OTT Season 3
उनको यह देखकर काफी लोग जो वडा पाव की स्टाल लगते थे वह भी वायरल हो रहे हैं क्योंकि एक 15 साल का लड़का भी वडा पाव बेचते हुए उसका वीडियो खूब वायरल हो रहा है अब उसकी दुकान भी चलने लगी है।
Bada Pav Girl: Chandrika Dixit
क्या ऐसे वायरल होते हुए लोग कितने होंगे क्या ऐसे लोग हमारे समाज में कुछ अच्छा परिवर्तन कर पाएंगे? एक अच्छे परिवर्तन के लिए क्या वायरल होना जरूरी है? जैसे डॉली चाय वाला चाय वाला के यहां पर बिल गेट्स ने चाय पी और वह खूब वायरल हो गया। ऐसे में लोग अपने धंधे का प्रचार प्रसार करने में लग जाते हैं और उन्हें कुछ सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर प्रमोट करके उन्हें भी इनफ्लुएंसर बना देते हैं। अब हमारे भारत में 10 में से 4 लोग इनफ्लुएंसर की श्रेणी में आते हैं अब देखना यह है की प्रोडक्ट प्रमोशन के वक्त लोग कितना उनसे इनफ्लुएंस होते हैं।
Bigg Boss
3 May 2024 को इस वायरल वीडियो से जुड़ी तथ्यों पर दिल्ली पुलिस की प्रतिक्रिया सामने आई ।जिसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने वडा पाव गर्ल को गिरफ्तार नहीं किया था, ना ही उनके खिलाफ कोई कंप्लेंट दर्ज हुई थी और उन्होंने अपना स्टॉल लगाने के लिए नगर निगम से भी कोई अनुमति नहीं ली थी । इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए वहां पर सड़क पर काफी ज्यादा दिक्कत देखने को मिली थी । ट्रैफिक की वजह से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था और उसे इलाके में इकट्ठी हुई भीड़ ने यह सब हंगामा किया था