क्या EWS के नाम पर UPSC में हो रहा फर्जीवाड़ा, कौन लेगा जिम्मेदारी…आजकल सोशल मीडिया पर IAS आईएएस और EWS ईडब्ल्यूएस के नाम पर बहुत चर्चा हो रही है क्योंकि यह चर्चा का विषय भी है। जैसा कि आप सभी लोगों को पता है कि ईडब्ल्यूएस (इकोनॉमिकल वीकर सेक्शन) यानी की जो लोग आर्थिक रूप से बहुत कमजोर हैं उनके लिए यह आरक्षण देने का काम करता है। इसका मतलब यह है कि अगर आप इस आरक्षण का उपयोग करके किसी बड़े पद पर आसीन हो जाते हैं तो आप इकोनॉमिकल वीकर सेक्शन से बाहर हो जाते हैं तो क्या फिर भी आपको ईडब्ल्यूएस आरक्षण लेना चाहिए यह एकमात्र सवाल है जो हमें अपनी सरकारों से पूछना चाहिए क्योंकि आईएएस पीसीएस बनने के बाद कोई आर्थिक रूप से कमजोर नहीं होता है।
ऐसे EWS का सहारा क्यों?
मगर जब बात आ जाती है दस्तावेजों की पुष्टि के लिए तो शायद आपके अधिकारी बनने के तुरंत बाद आपके पास तनख्वा तो ज्यादा हो जाती है मगर भूमि स्वामित्व ज्यादा और मकान बड़ा नहीं होता। अगर दस्तावेजों के अनुसार माना जाए तो आप ईवीएस के हकदार तो होंगे ही मगर क्या अब आप सच में आर्थिक रूप से कमजोर हैं। मगर ऐसा नहीं है जो लोग ईडब्ल्यूएस EWS का सहारा लेकर एक बार बड़े अधिकारी बन जाते हैं फिर भी वही लोग और बड़े पोस्ट के लिए ईडब्ल्यूएस EWS का सहारा लेकर बड़े-बड़े अधिकारी के औधों पर आसीन हो जाते हैं। क्या सरकार गरीबों का हक किसी और को दे रही है? क्या सरकार को इस पर संज्ञान नहीं लेना चाहिए? और जो लोग सच में गरीबों का भला चाहते हैं वह इसी सीढ़ी से होकर गुजर रहे हैं जिसमें गरीबों का हक मारा जा रहा है।
ट्विटर पर विख्यात न्यूज़ मीडिया रिपोर्टर मुकेश मोहन ने सबूत के साथ यह रखा है कैसे लोग एक बार ईडब्ल्यूएस का सहारा लेकर अधिकारी बनते हैं और फिर वही लोग ईडब्ल्यूएस का सहारा लेकर और बड़े पदों के लिए आवेदन कर अधिकारी बन जाते हैं। उनका मानना यह है कि जब एक बार ईडब्ल्यूएस का सहारा लेकर आप कोई भी पोस्ट पर जा रहे हैं तो क्या आपका आर्थिक बदलाव नहीं हो रहा है अगर हो रहा है तो फिर आप क्यों ईडब्ल्यूएस का सहारा लेकर किसी और बड़े पोस्ट के लिए प्रयास कर रहे हैं।

मुकेश मोहन का आरोप
- मुकेश मोहन ने जिन पर आरोप लगे उनके नाम कुछ इस प्रकार
- साक्षी आईएएस रैंक 220 उसके बाद उन्होंने दिया है CSE 2022
- ऋषि राज राई UPSC 2022 EWS 636 rank
- निमिषि त्रिपाठी UPSC 2020 622 Rank ,UPSC 2023 EWS 368 Rank
- प्रफुल देसाई UPSC 2019 532 Rank
- अमोल अवाटे PwBD-5
- आनंद सिंह UPSC 2020, UPSC 2021
- विजयवर्धन CSE 2018
ऐसे तमाम लोगों पर आरोप है कि वह फर्जी में सर्टिफिकेट बनवा के फायदा ले रहे हैं इनमें से कुछ लोग वह हैं जिन्होंने ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट का इस्तेमाल तमाम बड़े पोस्ट के अधिकारी बनने के बाद भी उससे बड़े पोस्ट के अधिकारी बनने के लिए किया है अब देखना यह है कि सरकार यह बात सुनती समझती है या नहीं।
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